शुक्ल पक्ष अर्धचंद्र
शुक्ल पक्ष अर्धचंद्र, last quarter moon
शुक्ल पक्ष का अर्धचंद्र तब होता है जब चाँद आधा प्रकाशित दिखाई देता है, जिसका बायाँ भाग चमकदार होता है। यह रात के आकाश में दिखाई देने वाले चंद्रमा के विभिन्न चरणों में से एक है।
बहुत से लोग चाँद के इस चरण को देखकर मनोकामनाएँ करते हैं। चंद्रमा का बदलता रूप एक प्राकृतिक घड़ी की तरह काम करता है, जो समय के बीतने को दर्शाता है।
The last quarter moon is when the moon appears half illuminated, with the left side bright. It's one of the various phases of the moon visible in the night sky.
Many people make wishes upon seeing this phase of the moon. The changing appearance of the moon acts as a natural clock, showing the passage of time.
शुक्ल पक्ष का अर्धचंद्र, चंद्र चक्र में घटते अर्धचंद्र का चरण होता है, जो पूर्णिमा के बाद चंद्रमा के आकार में कमी को दर्शाता है। यह सुबह के समय सबसे अच्छी तरह से देखा जाता है और कई संस्कृतियों में इसे परिवर्तन और संक्रमण का प्रतीक माना गया है।
खगोलीय रूप से, यह सूर्य, पृथ्वी और चंद्रमा की सापेक्ष स्थिति के कारण होने वाली एक घटना है, जो चंद्रमा के कक्षीय चक्र में एक विशिष्ट बिंदु का प्रतिनिधित्व करती है। ऐतिहासिक रूप से, यह कृषि प्रधान समाजों में कृषि योजना के लिए एक आवश्यक संकेतक के रूप में कार्य करता था और आज भी चंद्र कैलेंडर का आधार बना हुआ है।